निराशाओं की भीड में, आशाओं की पुकार हूँ,
कितना भी पड़े भारी तुमपर, मैं सच कहने को तैयार हूँ,
हां, हां मैं भी चौकीदार हूँ।।।
भारत है मेरे दिल में, मेरे कर्म और विचार में,
दूर नही हुआ में इससे, चाहे मैं सीमा पार हूँ,
हां, हां मैं भी चैकिदार हूँ।।।
है देखा हमने स्वप्न सबके साथ से विकास का,
मेरे थोड़े से योगदान से, इसे करने चला साकार हूँ,
हां, हां मैं भी चौकीदार हूँ।।।
बोहोत झुकाया शीश हमने बाहर वालों के सामने,
जो ऊंचा अब उठेगा वो मैं हुंक , वो पुकार हूँ,
हां, हां मैं भी चौकीदार हूँ।।।
अमन है, प्रेम है दिलों में, वेदना का भार है,
सिखी है जिसे दुनिया सारी, भारत का वो संस्कार हूँ,
हां, हां मैं भी चौकीदार हूँ।।।
बोहोत है देखी देश की मेरे ,भूखी नंगी तस्वीर दुनिया वालों ने,
जो चका चौंध कर देगी सबको, नये भारत की वो तस्वीर मैं शानदार हूँ,
हां, हां मैं भी चौकीदार हूँ।।।
लिखने चला है कोई नया , इतिहास मेरे देश में,
एक पन्ने पे कहीं, अपनी लिखावट से, इस्का मैं भी कथाकार हूँ,
हां, हां भी चौकीदार हूँ।।।
#MainBhiChowkidaar
Bahut badhiya..ji
LikeLike